Saturday, February 29, 2020

सैनिकों को सहादत

ये कोई तारीख नहीं जो भूल जाओ,
एक काला दाग था,
थी ये किसी की भूल
कि अपनी आस्तीन में कोई नाग (सांप) था।
शहीदों की शहादत को बस याद करें
काफी नही,
जो रत्ती भर भी शामिल किसी साजिश में, उसे माफी नही,
वो एक काला दिन था जब पूरा देश रोया था,
रगों में गुनहगारों के लिए आक्रोश बोया था,
खाई थी तब कसमें 
के हर ईंट का जवाब पत्थर होगा,
जो आँख उठा के भी देखी वीरों को,
माँ भारती के कदमों पे उसका सर होगा,

-Param

ख्वाहिश

👧🏻 मेरी जिंदगी में भी होगी कोई ऐसी
जो रखे मेरा ख्याल,
जैसे कि मैं लाज़ हूँ उसका
Param

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा

तू हो गयी है कसम से अदाओं वाली,
तेरी हर एक झलक में नई नज़ाकत है,
एक दफ़ा जो कर ले दीदार तेरा,
मन हो उठे अधीर ऐसे  कि तेरी आदत है।।
 Param

Friday, February 28, 2020

वक़्त के भरोसे

अजीब है ना वक़्त का युं जल्दी से गुजर जाना, 
किसी के लिए रुकना नही किसी के आगे झुकना नही,
फिर  जो किसी का नही उसके भरोसे क्यों जिंदगी की परेशानियों को छोड़ना, 
खुद के दम पर तिनका-तिनका ही सही अपनी खुशियां बटोरना,
Param