कहानी आपकी और मेरी
Tuesday, April 21, 2020
कर्म
अहिंसा का बोध,
कायरता की निशानी ना बने,
ऐ वीर कही तेरी सहनशीलता,
एक निर्बलता की कहानी ना बने,
जब कर्म में तेरी हिंसा हो,
तब दुष्टों पर आघात कर,
जब रण में हो कोई शत्रु,
उठा अस्त्र प्रतिघात कर,
इतिहास रचे
जन नाम जपे
वीरता की एक कहानी गढ़,
Param
1 comment:
Unknown
April 21, 2020 at 6:31 AM
बहुत सुंदर bro
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बहुत सुंदर bro
ReplyDelete